सूरत। संविधान के रचयिता डॉ.बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है, तब श्री बजरंग सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा ने भी देशवासियों को डॉ.बाबा साहेब अंबेडकर जयंती की बधाई देते हुए अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि डॉ.बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों को अपनाना उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उनके महान विचारों के जरिए हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
हितेश विश्वकर्मा ने कहा कि डॉ.बाबा साहेब अंबेडकर ने ऐसे भारत की कल्पना की थी कि जहां सभी नागरिकों को कानून के तहत समान माना जाए। आज उन्हीं के बनाए संविधान ने हमारे लोकतंत्र को ना सिर्फ बनाए रखा है, बल्कि मजबूत भी बनाया है। डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर को भारतीय संविधान के पिता के रूप में सम्मानित किया जाता है। क्योंकि उनकी अध्यक्षता में ही संविधान सभा ने दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान तैयार किया था। अंबेडकर जयंती मानने के पीछे का कारण जातिगत भेदभाव और उत्पीड़न जैसी सामाजिक बुराइयों से लड़ने में न्यायविद के समर्पण को याद करना है। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने एक ऐसे भारत की कल्पना की जहां सभी नागरिकों को कानून के तहत समान माना जाए और उन्होंने ब्रिटिश शासन से भारत की आजादी के लिए अभियान भी चलाया था। वे हमेशा एक बात पर जोर देते रहे कि शिक्षित बनो, संगठित रहो और उत्तेजित बनो। धर्म मनुष्य के लिए है न कि मनुष्य धर्म के लिए है। उनके विचारों से यह स्पष्ट होता है कि वे शिक्षा और संगठित को अधिक महत्व देते थे। आज के दिन हम उनके विचारों को अपनाए और उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रण ले यहीं उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।